क्षेत्र में विगत तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।वही सरकारी धान खरीदी केंद्रों में धान तो भीगा परन्तु अधिकांस धान की कैपिंग कर लेने से इसे भीगने से बचा लिया गया।
पिथौरा रजिंदर खनूजा
विगत तीन दिनों से क्षेत्र में भारी बारिश ने आम जन जीवन अस्त व्यस्त कर दिया है।वही किसानों एवम धान खरीदी केंद्र के प्रबन्धको के लिए यह बारिश एक आफत बन कर आई।ग्रामीण क्षेत्रो में धान की कटाई करीब पूरी हो चुकी है।परन्तु कुछ किसानों के धान खुले में भी रखे थे जिनके खराब होने की खबर है।इसके अलावा सोमवार से ही धान खरीदी भी बन्द है और सहकारी समिति के अधिकारी कर्मचारी खुले में पड़े धान को स्टैग बना कर उसे ढकने में व्यस्त रहे।जिसके कारण अपेक्षाकृत कम मात्रा में ही धान भीग पाया।स्थानीय सहकारी समिति के कर्मियों के अनुसार तेज बारिश की वजह से शेड में आये पानी से कोई 500 से 600 बोरे के बीच ही धान भीगे होने की संभावना है।सही आंकड़ा वर्तमान में तेजी से चल रहे परिवहन के बाद ही पता चल पाएगा।
।।अब तक आधे से अधिक परिवहन।।
समिति सूत्रों ने बताया कि 1 दिसम्बर से अब तक करीब 27882 क्विंटल धान की खरीदी की गई है।इसमें 14860 क्विंटल यानी 37150 बोरा धान का परिवहन हो चुका है।अभी भी ट्रकों द्वारा लगातार परिवहन किया जा रहा है।अब मौसन खुलने के बाद पुनः खरीदी प्रारम्भ होगी।तब तक खरीदी केंद्र से पूरे धान का परिवहन हो जाये ये प्रयास किये जा रहे है।बारिश से धान को सुरक्षित रखने के लिए मंडी के विशाल शेड का उपयोग किया जा रहा है।
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