कुष्ठ मरीजों को दी गई स्वास्थ्य से संबंधी जानकारी,विशेष चप्पलों का हुआ वितरण,,,,,,कुष्ठ रोग के रोकथाम एवं पहचान हेतु स्टाफ को भी दिया गया प्रशिक्षण,,,,
बलौदाबाजार
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिमगा में कुष्ठ के उपचार रत और उपचार मुक्त मरीजों की विकृति के सुधार हेतु एक पी ओ डी ( प्रीवेंशन ऑफ डिसएबिलिटी) कैंप का आयोजन किया गया। कैम्प के संबंध में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डॉ एफ आर निराला ने जानकारी देते हुए बताया कि कैंप में 7 मरीज उपस्थित रहे.जिनमें से तीन के पैरों में सुन्नपन था। मरीजों को अपने शरीर की देखभाल करना सिखाया गया जिससे भविष्य में वह कुष्ठ के कारण किसी शारीरिक विकृति से बच सकें। इसमे जल- तेल विधि के अतिरिक्त मरीजों को पैर में किसी अल्सर से बचाने के लिए एम सी आर सैंडल भी वितरित किये गए। उक्त मरीजों में से किसी को भी वर्तमान में सर्जरी की आवश्यकता नहीं है।पीओडी कैम्प के साथ-साथ ब्लॉक के समस्त ग्रामीण चिकित्सा सहायक एवं सेक्टर सुपरवाइजर को कुष्ठ के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण नोडल अधिकारी डॉ निराला एवं खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ.पारस पटेल ने प्रदान किया। प्रशिक्षण में रोगियों की जांच और पहचान की विधि सहित यह निर्देश दिए गए की अति शीघ्र अधिक से अधिक मरीजों का समय पर पहचान कर पंजीयन करें ताकि भविष्य में मरीजों में विकृति को रोका जा सके। गौरतलब है कि विकासखंड सिमगा में वर्तमान में कुष्ठ के 35 उपचार रत मरीज हैं। संतोष की बात यह है कि, ब्लॉक में कुष्ठ की प्रभाव दर 1.59 प्रतिशत है। जो कि जिले के औसत से कम है। इस कार्यक्रम में नोडल अधिकारी एवं खंड चिकित्सा अधिकारी के अतिरिक्त कुष्ठ की जिला सलाहकार डॉ सुजाता पांडेय,डीएफटी के जिला अधिकारी प्रदीप कुंडू एवं एनएमए सुनील तिवारी उपस्थित रहे ।
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